Album: Abke Na Sawan Barse
Music: Lata Mangeshkar, R.D. Burman
Lyrics: Gulzar
Label: Saregama
Released: 1977-01-01
Duration: 04:29
Downloads: 113289
अच्छा गुलज़ार, हमने काफी... Classical ढंग के गाने बनाए
और गुलज़ार के साथ ही बनाए (जी हाँ) आपको
कोई गाना याद आ रहा जो हमने कोई Picture
की है? मुझे याद आ रहा है किनारा में
एक गाना था हाँ, किनारा एक Picture की थी
ज़रूर पूरा Classical Background के ऊपर ही Picture थी
(हाँ, वो तो है) किनारा में एक चीज़ तो
कमाल की ही थी जो कहावत है ना कि,
'बाप का माल', Hmm तो बाप का माल वो
चुराया था मैंने, अच्छा ये तो अधिकार है (Lata
जी की Composition थी उसमें) लोग चुराते उससे तो
बाप का माल आप चुराए अच्छा है किनारा
का ही एक गाना था, तुमको याद है Private
Song था बंगाली কাঁদিব না ফাগুন গেলে (वाह-वाह)
কাঁদিব না ফাগুন গেলে বিদায় নিয়েছ তুমি ডা-ডা-ডা-ডা-ডা
কাঁদিব না ফাগুন গেলে, গেলে কাঁদিব না ফাগুন গেলে
বিদায় দিব তারে মণিদীপ জ্বেলে কাঁদিব না ফাগুন গেলে
ये याद है? अबके ना सावन बरसे, अबके
बरस तो... मैं अभी याद नहीं आ रहा था
कि तुमने क्या लिखे अबके ना सावन बरसे, अबके
बरस तो... (अबके ना सावन बरसे) अबके बरस तो
बरसेंगी अखियाँ (अबके बरस तो बरसेंगी अखियाँ) अबके
ना सावन बरसे हो, अबके बरस तो बरसेंगी अखियाँ
अबके ना सावन बरसे जाने कैसे अबके ये
मौसम बीते! जाने कैसे अबके ये मौसम बीते! बीतेगी
जो तेरे बिन वो कम बीते तेरे बिना सावन
सूम तेरे बिना अब तो ये मन तरसे
अबके ना सावन बरसे हो, अबके बरस तो बरसेंगी
अखियाँ अबके ना सावन बरसे जाने कब आए
दिन, दिन ढल जाए, दिन ढल जाए जाने कब
आए दिन, दिन ढल जाए तेरे बिन अखियों से
रात ना जाए तेरे बिना रात ना जाए
तेरे बिना अब तो ये दिन तरसे अबके
ना सावन बरसे हो, अबके बरस तो बरसेंगी अखियाँ
अबके ना सावन बरसे