Album: Achko Machko
Singer: Alka Yagnik
Music: Dilip Sen-Sameer Sen
Lyrics: Sameer
Label: T-Series
Released: 1987-10-01
Duration: 07:48
Downloads: 2785942
(अचको-मचको का करूँ राम?) (अचको-मचको का करूँ राम?)
हो, गोरा मुखड़ा है... Hmm, Hmm, हाँ-हाँ, हाँ-हाँ
गोरा मुखड़ा है, उसपे लट काली (अचको-मचको का करूँ
राम?) गोरा मुखड़ा है, उसपे लट काली (अचको-मचको का
करूँ राम?) १७ से मैं १८ होने वाली
(अचको-मचको का करूँ राम?) १७ से मैं १८ होने
वाली (अचको-मचको का करूँ राम?) मेरा जोबन है...
(आहा, ओहो, आहा) हो, मेरा जोबन है फूलवा
की डाली (अचको-मचको का करूँ राम?) मेरा जोबन है
फूलवा की डाली (अचको-मचको का करूँ राम?) १७
से मैं १८ होने वाली (अचको-मचको का करूँ राम?)
१७ से मैं १८ होने वाली (अचको-मचको का करूँ
राम?) गोरा मुखड़ा है... (आहा, ओहो, आहा, हा)
(त-न-न-ना, त-न-न-ना) (त-न-न-ना, त-न-न-ना) जब-जब देखूँ मैं
आईना, शर्म मुझे क्यूँ आए? अंजानी सी प्यास उठे,
कोई नागिन सी डस जाए (कोई काँटा चुभा क्या?)
अरे, ना रे, ना (कहीं दर्द हुआ क्या?) अरे,
ना, ना, ना छोड़ मुझे गोरी, ना कर
जोरा-जोरी बात किसी की भी मैं मानूँ ना
पहले गुल थी... (आहा, ओहो, आहा) ओ, पहले
गुल थी, अब गुलनार हुई (अचको-मचको का करूँ राम?)
ऐसी हालत तो पहली बार हुई (अचको-मचको का करूँ
राम?) ये जवानी बड़ी दुश्वार हुई (अचको-मचको का
करूँ राम?) गोरा मुखड़ा है... (आहा, ओहो, आहा,
आ) धीरे-धीरे बचपन बीता, लंबी हो गई चोटी
जब से आई मस्त जवानी, हो गई कुर्ती छोटी
(कोई सपनों में आया?) अरे, ना रे, ना (सारी
रात जगाया?) ना-ना, ना, ना, ना बोल सखी,
ऐसे गजब हुआ कैसे? ये कैसा ज़हर है, मैं
जानूँ ना मेरी चोली के... (आहा, ओहो, आहा,
उई) हो, मेरी चोली के टूटे सब धागे
(अचको-मचको का करूँ राम?) धक-धक जियरा पे Current लागे
(अचको-मचको का करूँ राम?) राम जाने ना, क्या
होगा आगे (अचको-मचको का करूँ राम?) गोरा मुखड़ा
है... (आहा, ओहो, आहा, आ) हो, गोरा मुखड़ा
है, उसपे लट काली (अचको-मचको का करूँ राम?) गोरा
मुखड़ा है, उसपे लट काली (अचको-मचको का करूँ राम?)
१७ से मैं १८ होने वाली (अचको-मचको का
करूँ राम?) (अचको-मचको का करूँ राम?) (अचको-मचको का करूँ
राम?)