Album: Chale Jana Tum Door
Music: Mohammed Rafi, Ghulam Mohammed
Lyrics: Shakeel Badayuni
Label: Saregama
Released: 1952-01-01
Duration: 03:00
Downloads: 4755
चुरा कर दिल को यूँ आँखें चुराना किससे सीखा
है? ज़रा सी बात पर यूँ रूठ जाना किससे
सीखा है? चले जाना तुम दूर बड़े शौक़
से, हुज़ूर हाय, मेरा दिल मुझे वापस कर दो
ओ, मेरा दिल मुझे वापस कर दो ओ,
चले जाना तुम दूर बड़े शौक़ से, हुज़ूर हाय,
मेरा दिल मुझे वापस कर दो मेरा दिल मुझे
वापस कर दो ओ, मेरे दिल को चुरा
कर जाओगे तो जा नहीं पाओगे मेरे दिल को
चुरा कर जाओगे तो जा नहीं पाओगे तो जा
नहीं पाओगे चोरी-चोरी गए भी तो फिर यहीं आओगे
होय, चोरी-चोरी गए भी तो फिर यहीं आओगे
दिल दे के जुदाई मुझे नहीं मंज़ूर हाय, मेरा
दिल मुझे वापस कर दो ओ, मेरा दिल मुझे
वापस कर दो होय, चले जाना तुम दूर
बड़े शौक़ से, हुज़ूर हाय, मेरा दिल मुझे वापस
कर दो मेरा दिल मुझे वापस कर दो
ओ, ज़रा ये कह दो तिरछी नज़र से कि
हमको ये सताए ना ज़रा ये कह दो तिरछी
नज़र से कि हमको ये सताए ना कि हमको
ये सताए ना मैं हूँ कोई ग़ैर तो ये
छेड़ मुझे भाए ना होय, मैं हूँ कोई ग़ैर
तो ये छेड़ मुझे भाए ना मैंने प्रीत
लगाई, हुआ मुझसे क़ुसूर हाय, मेरा दिल मुझे वापस
कर दो ओ, मेरा दिल मुझे वापस कर दो
ए, चले जाना तुम दूर बड़े शौक़ से,
हुज़ूर हाय, मेरा दिल मुझे वापस कर दो मेरा
दिल मुझे वापस कर दो