Album: Chali Pee Ke Nagar
Music: Shamshad Begum, Ghulam Mohammed
Lyrics: Shakeel Badayuni
Label: Saregama
Released: 1954-01-01
Duration: 03:00
Downloads: 5870
चली पि′ के नगर, अब काहे का डर मोरे
बाँके... हो, मोरे बाँके बलम कोतवाल हो, मोरे बाँके
बलम कोतवाल (चली पि' के नगर, अब काहे
का डर) (मोरे बाँके...) (ओ, मोरे बाँके बलम कोतवाल)
ओ, मोरे बाँके बलम कोतवाल अपने पिया की
(अपने पिया की) मैं कोतवल्ली मारूँ नजरिया दिल होवे
छलनी (मारूँ नजरिया दिल होवे छलनी) मेहँदी से
हथेली है लाल, हो (मेहँदी से हथेली है लाल)
(मोरे...) (हो, मोरे बाँके बलम कोतवाल) हो, मोरे बाँके
बलम कोतवाल बन के दुल्हनिया मैं इतराऊँ (बन
के दुल्हनिया मैं इतराऊँ) अब ना किसी से आँख
मिलाऊँ (अब ना किसी से आँख मिलाऊँ) मोहे
देखे ये किसकी मजाल, हो मोहे देखे ये किसकी
मजाल (मोरे...) (हो, मोरे बाँके बलम कोतवाल) हो, मोरे
बाँके बलम कोतवाल घर में बलम के (घर
में बलम के) राज करूँगी सास-ननद से मैं ना
डरूँगी (सास-ननद से मैं ना डरूँगी) देवरा को
मैं दूँगी निकाल, हो (देवरा को मैं दूँगी निकाल)
(मोरे...) (हो, मोरे बाँके बलम कोतवाल) हो, मोरे बाँके
बलम कोतवाल (चली पि′ के नगर, अब काहे
का डर) (मोरे बाँके...) (हो, मोरे बाँके बलम कोतवाल)
हो, मोरे बाँके बलम कोतवाल