दो लफ़्ज़ों में लिख दी मैंने अपनी प्रेम कहानी तू मेरे दिल का राजा बन जा मैं तेरे दिल की रानी दो लफ़्ज़ों में लिख दी मैंने अपनी प्रेम कहानी तू मेरे दिल का राजा बन जा मैं तेरे दिल की रानी जीता था पहले भी, मगर यूँ था लगता जीने में शायद कहीं कुछ कमी है मिले हम तो जाना, दिल ने भी माना तू ही सनम मेरी आशिक़ी है कभी होना ना जुदा कभी होना ना ख़फ़ा कभी होना ना जुदा कभी होना ना ख़फ़ा भोला-भाला दिल जो मेरा कर बैठे नादानी तू मेरे दिल का राजा बन जा मैं तेरे दिल की रानी दो लफ़्ज़ों में लिख दी मैंने अपनी प्रेम कहानी मैं तेरे दिल का राजा बन गया तू मेरे दिल की रानी मुझे अपने रंग में रंग के दीवानी जिसने बनाई वो तेरी नज़र है होने लगी मैं ख़ुद से बेगानी सनम, तेरे प्यार का कैसा असर है? कभी होना ना जुदा कभी होना ना ख़फ़ा कभी होना ना जुदा कभी होना ना ख़फ़ा दिल दीवाना दीवाने ने कब किस की है मानी? मैं तेरे दिल का राजा बन गया तू मेरे दिल की रानी दो लफ़्ज़ों में लिख दी मैंने अपनी प्रेम कहानी तू मेरे दिल का राजा बन जा मैं तेरे दिल की रानी मैं तेरे दिल का राजा बन गया तू मेरे दिल की रानी