मैं मानता हूँ, मैं नशे में हूँ पर बिन पिए मैं कैसे ये कहूँ कि कितना तुमसे प्यार है मैं मानता हूँ, मैं नशे में हूँ पर बिन पिए मैं कैसे ये कहूँ कि जाना पड़ेगा शायद मुझे तुमसे दूर जब पहली बारी हम मिल रहे थे फ़ूल बग़ीचों के ये कैसे खिल गए थे वो आँखें चुराना, वो तेरा शर्माना याद है तू ज़िंदगी बनी थी ज़िंदगी में जो ज़िंदगी मिली तो ज़िंदगी को दी है तुझे ही तो चाहा, तुझे ही तो माँगा था मैंने, Eh अब जा रहा हूँ मैं जो तुमसे दूर तुम अच्छे हो, मैं बुरा हूँ इतना क्यूँ चाहो कभी थोड़ा मुझे तुम कभी अब जाते-जाते वादा करते जाना कि भूल जाओगे, ना गाओगे ये गाना ना आँसू बहाना, सदा मुस्कुराना है तुम्हें, Hey अगर तू रोएगी तो कैसे जाऊँगा मैं तुझसे दूर? बाँहों में कैसे बसाऊँगा मैं तुझको यूँ? कि आख़िरी ये पल तुझको चुप कराने में फ़िज़ूल होंगे? ज़रा सुनो ये बात तुम कि याद आएँगे तुम और मैं से मैं और तुम जुदा हो जाएँगे तो आपको बता दूँ जो आपका नशा हूँ बाँहों में तुम्हारी बस एक आख़िरी दफ़ा हूँ तो जी-भर के पी ले, इस रात को जी ले मैं रोक पाता, तो ना होती सुबह फ़िर कभी ये जो होना वो होगा, जो पाया वो खोगा जिसको भी हँसाया, कल देखूँगा कि वो रोया क्या नहीं, क्या नहीं क्या नहीं, क्या नहीं मैं काफ़ी ज़्यादा दूर जा रहा हूँ तुम खो जाओगे इतना, ढूँढ भी ना पाऊँ तो पीछे ना आना किसी भी बहाने से मेरे तो आज बता दूँ, ओ, यार, मैं तुमको कि आज भी करता हूँ प्यार मैं तुमसे तो आओ, गले तुम मिलो और जाने भी दो, ओ मैं मानता हूँ, मैं नशे में हूँ पर बिन-पिए मैं कैसे ये कहूँ कि कितना तुमसे... कि कितना तुमसे प्यार है Goodbye