जब तक रहेगा सीने में दिल सिर्फ़ तुम्हें ही चाहूँगा, सिर्फ़ तुम्हें ही चाहूँगा जब तक रहेंगी मेरी आँखें सिर्फ़ तुम्हें ही देखूँगा, सिर्फ़ तुम्हें ही देखूँगा ये मेरे इश्क़ की इम्तिहाँ देख लो देखो जहाँ, तुम वहाँ जब तक रहेगा सीने में दिल सिर्फ़ तुम्हें ही चाहूँगी, सिर्फ़ तुम्हें ही चाहूँगी जब तक रहेंगी मेरी आँखें सिर्फ़ तुम्हें ही देखूँगी, सिर्फ़ तुम्हें ही देखूँगी ये मेरे इश्क़ की इम्तिहाँ देख लो देखो जहाँ, तुम वहाँ जब तक रहेगा सीने में दिल सिर्फ़ तुम्हें ही चाहूँगा, सिर्फ़ तुम्हें ही चाहूँगा भूल के सारी दुनिया को मैंने तुम को चाहा है लाख दुआएँ माँगी हैं, तब जाके तुम को पाया है साया बनके साथ चलूँगी हर लमहा तनहाई में डूबी-डूबी जाऊँ तेरे प्यार की इस गहराई में पास आने लगे तुझ पे छाने लगे कुछ नहीं दरमियाँ जब तक धड़केगी ये धड़कन इसमें तुम्हें छुपाऊँगी, इसमें तुम्हें छुपाऊँगी जब तक रहेगा सीने में दिल सिर्फ़ तुम्हें ही चाहूँगी, सिर्फ़ तुम्हें ही चाहूँगी बढ़ने लगी ये बेताबी अब तो हद से भी ज़्यादा मुझे क़सम दो, मेरे जानम, कभी ना टूटेगा वादा कभी किसी ने किया ना हो, मैं तुम से इतना प्यार करूँ तुम्हें लगा के सीने से, जान-ए-जानाँ, इक़रार करूँ इश्क़ ने कह दिया इश्क़ ने सुन लिया कुछ ना बोले ये ज़ुबाँ जब तक रहेंगी मेरी पलकें तेरे ख़ाब सजाऊँगा, तेरे ख़ाब सजाऊँगा जब तक रहेगा सीने में दिल सिर्फ़ तुम्हें ही चाहूँगा, सिर्फ़ तुम्हें ही चाहूँगा