Album: Naghma E Shayari
Singer: Mohammed Aziz
Music: Dev Rathour
Lyrics: Navrang Bharti
Label: Odhali
Released: 2020-08-19
Duration: 04:32
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दास्तान-ए-जहाँ है तुम्हारी ज़ुबाँ दास्तान-ए-जहाँ है तुम्हारी ज़ुबाँ है
तुम्हारी नज़र मुल्क की पासबाँ सबको नव-रंग मिलता
नहीं है ये फ़न सबको नव-रंग मिलता नहीं है
ये फ़न शा′इरान-ए-वतन शा'इरान-ए-वतन शा′इरान-ए-वतन शा'इरान-ए-वतन (शा'इरान-ए-वतन)
(शा′इरान-ए-वतन) (शा′इरान-ए-वतन) (शा'इरान-ए-वतन) ′दाग़' साहब के अश′आर हैं
दिल-नशीं दिल-नशीं, दिल-नशीं, हाँ, बड़े दिल-नशीं 'दाग़′ साहब के
अश'आर हैं दिल-नशीं लफ़्ज़ आसान हैं पर मा'-क़ालिब हसीं
इनके शागिर्द हैं ज़ीनत-ए-अंजुमन इनके शागिर्द हैं ज़ीनत-ए-अंजुमन
शा′इरान-ए-वतन शा′इरान-ए-वतन शा'इरान-ए-वतन शा′इरान-ए-वतन (शा'इरान-ए-वतन) (शा′इरान-ए-वतन) (शा'इरान-ए-वतन)
(शा′इरान-ए-वतन) चुलबुला-पन है 'हसरत' की हर बात में
हर एक बात में, हाँ, हर एक बात में
चुलबुला-पन है ′हसरत′ की हर बात में आशिक़ी का
मज़ा कैसे बरसात में था क़लम का सिपाही
रफ़ीक़-ए-चमन था क़लम का सिपाही रफ़ीक़-ए-चमन शा'इरान-ए-वतन शा′इरान-ए-वतन
शा'इरान-ए-वतन शा′इरान-ए-वतन (शा'इरान-ए-वतन) (शा′इरान-ए-वतन) (शा'इरान-ए-वतन) (शा'इरान-ए-वतन) (शा′इरान-ए-वतन)
(शा′इरान-ए-वतन) (शा'इरान-ए-वतन) (शा′इरान-ए-वतन)