Album: Nari Kuch Aisan
Singer: Kishore Kumar
Music: Rajesh Roshan
Label: Universal Music India .
Released: 2006-01-01
Duration: 05:16
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नारी कुछ ऐसन आगे निकल रही है नारी कुछ
ऐसन आगे निकल रही है मर्दन के पाँव तले
धरती फिसल रही है मर्दन के पाँव तले धरती
फिसल रही है नारी कुछ ऐसन आगे निकल
रही है नारी कुछ ऐसन आगे निकल रही है
मर्दन के पाँव तले धरती फिसल रही है मर्दन
के पाँव तले धरती फिसल रही है वो
दिन गए के घर के चूल्हे मा सर खपाया
वो दिन गए के घर के चूल्हे मा सर
खपाया एक पैर अब जमीं पर एक चाँद पर
जमाया बदली है जब से औरत, दुनिया बदल
रही है बदली है जब से औरत, दुनिया बदल
रही है मर्दन के पाँव तले धरती फिसल रही
है मर्दन के पाँव तले धरती फिसल रही है
नारी कुछ ऐसन आगे निकल रही है नारी
कुछ ऐसन आगे निकल रही है मर्दन के पाँव
तले धरती फिसल रही है मर्दन के पाँव तले
धरती फिसल रही है मर्दन को दैके Pension,
लड़ती है अब Election मर्दन को दैके Pension, लड़ती
है अब Election कहते थे जिसको Sister, अब हुई
गई Minister मर्दन की मोमबत्ती टप-टप पिघल रही
है मर्दन की मोमबत्ती टप-टप पिघल रही है मर्दन
के पाँव तले धरती फिसल रही है मर्दन के
पाँव तले धरती फिसल रही है नारी कुछ
ऐसन आगे निकल रही है नारी कुछ ऐसन आगे
निकल रही है मर्दन के पाँव तले धरती फिसल
रही है मर्दन के पाँव तले धरती फिसल रही
है चाबी का छल्ला खोला आँचल से नारियों
ने चाबी का छल्ला खोला आँचल से नारियों ने
बंदूक भी उठई ली, अब फ़ौजी नारियों ने
हर देश औरतन की पलटन निकल रही है हर
देश औरतन की पलटन निकल रही है मर्दन के
पाँव तले धरती फिसल रही है मर्दन के पाँव
तले धरती फिसल रही है नारी कुछ ऐसन
आगे निकल रही है नारी कुछ ऐसन आगे निकल
रही है मर्दन के पाँव तले धरती फिसल रही
है मर्दन के पाँव तले धरती फिसल रही है