दिल को चुराया तूने सनम, पागल बनाया तूने सनम आवारगी थी रहबार मेरी, जीना सिखाया तूने सनम ओ सनम ओ सनम, अरे तेरे बिना भी, क्या जीना है जीना सनम हो दिल को चुराया तूने सनम, पागल बनाया तूने सनम आवारगी थी रहबार मेरी, जीना सिखाया तूने सनम ओ सनम ओ सनम, अरे तेरे बिना भी, क्या जीना है जीना सनम हा लब थरथराके चुप ही रहे, खामोशिया भी हस्ती रही दिल के तराने दिल मे रहे, बेताबिया बस मचलती रही मई हो गया हू तेरा दीवाना, मुझको दीवाना करके ना जाना जाना ओ सनम ओ सनम, अरे तेरे बिना भी, क्या जीना है जीना सनम दिल को चुराया तूने सनम, पागल बनाया तूने सनम आँखो का तेरी इशारा मिले, जीने का कुछ तो सहारा मिले बेताब दिल है बेचैन धड़कन, मोहब्बत मे दिल को किनारा मिले एक बार सुंले मेरा फसाना, करके बहाना दिल से ना जाना जाना ओ सनम ओ सनम, अरे तेरे बिना भी, क्या जीना है जीना सनम दिल को चुराया तूने सनम, पागल बनाया तूने सनम आवारगी थी रहबार मेरी, जीना सिखाया तूने सनम ओ सनम ओ सनम, अरे तेरे बिना भी, क्या जीना है जीना सनम