रंजिश ही सही, दिल ही दुखाने के लिए आ रंजिश ही सही, दिल ही दुखाने के लिए आ आ, फिर से मुझे छोड़ के जाने के लिए आ रंजिश ही सही, दिल ही दुखाने के लिए आ रंजिश ही सही... माना कि मुहब्बत का छुपाना है मुहब्बत माना कि मुहब्बत का छुपाना है मुहब्बत चुप के से किसी रोज़ जताने के लिए आ रंजिश ही सही, दिल ही दुखाने के लिए आ रंजिश ही सही... कुछ तो मेरे पिंदार-ए-मोहब्बत का भरम रख कुछ तो मेरे पिंदार-ए-मोहब्बत का भरम रख तू भी तो कभी मुझ को मनाने के लिए आ रंजिश ही सही, दिल ही दुखाने के लिए आ रंजिश ही सही, दिल ही दुखाने के लिए आ आ, फिर से मुझे छोड़ के जाने के लिए आ रंजिश ही सही, दिल ही दुखाने के लिए आ रंजिश ही सही...