ओ, मेरा साथी मेरे साथ ना काटें, ना कटे दिन-रात, ना ओ, मेरा साथी मेरे साथ ना (yea) ओ, मेरा साथी मेरे साथ ना काटें, ना कटे दिन-रात, ना ओ, मेरा साथी मेरे साथ ना तो सुन ले ना तू है मेरा रफ़ीक़ मानो ना मेरे कभी बातें, हबीब ओ, दिन-रात यूँ ही बीत तो हम क्या करें? अब जाने दो वो बातें, कहाँ? ओ, तेरी यादें जो बिगाड़ें जहाँ अब सुना दे पूरी दास्ताँ ऐसे कैसे आई, ना बताई और चल पड़ी ऐसे कैसे आई, ना बताई और चल पड़ी ऐसे कैसे आई, ना बताई और चल पड़ी शीशे के मकानों में धुएँ सी ये जो ज़िंदगी माने, ना माने दिल मेरा जाने, ये जाने मन तेरा माने, ना माने दिल मेरा तू ही तो जाने, ये जाने मन तेरा तो सुन ले ना तू है मेरा रफ़ीक़ मानो ना मेरे कभी बातें, हबीब ओ, दिन-रात यूँ ही बीत तो हम क्या करें? अब जाने दो वो बातें, कहाँ? ओ, तेरी यादें जो बिगाड़ें जहाँ अब सुना दे पूरी दास्ताँ ऐसे कैसे आई, ना बताई और चल पड़ी ऐसे कैसे आई, ना बताई और चल पड़ी ऐसे कैसे आई, ना बताई और चल पड़ी शीशे के मकानों में धुएँ सी ये जो ज़िंदगी ओ, मेरा साथी मेरे साथ ना काटें, ना कटे दिन-रात, ना ओ, मेरा साथी मेरे साथ ना (yea) ओ, मेरा साथी मेरे साथ ना काटें, ना कटे दिन-रात, ना ओ, मेरा साथी मेरे साथ ना