Album: Zindagi Meri Hai
Singer: Bhupinder Singh
Music: Jagjit Singh, Chitra Singh
Label: Universal Music India .
Released: 1984-01-01
Duration: 05:51
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ज़िन्दगी मेरी है टूटा हुआ शीशा कोई ज़िन्दगी मेरी
है टूटा हुआ शीशा कोई काश मिल जाए मुझे
आज मसीहा कोई ज़िन्दगी मेरी है टूटा हुआ शीशा
कोई लड़खड़ाने लगे उखड़ी हुई साँसों के चराग़
लड़खड़ाने लगे उखड़ी हुई साँसों के चराग़ हाए, किस
वक़्त मिला बन के उजाला कोई काश मिल जाए
मुझे आज मसीहा कोई क़ाफ़िले आए-गए फिर भी
कई बरसों से क़ाफ़िले आए-गए फिर भी कई बरसों
से जाने एक मोड़ पे क्यूँ बैठा है तनहा
कोई काश मिल जाए मुझे आज मसीहा कोई
कैसे रो-रो के पिघलते हैं गुनाहों के पहाड़ कैसे
रो-रो के पिघलते हैं गुनाहों के पहाड़ आ के
देखें तो सही ये भी नज़ारा कोई ज़िन्दगी
मेरी है टूटा हुआ शीशा कोई काश मिल जाए
मुझे आज मसीहा कोई ज़िन्दगी मेरी है टूटा हुआ
शीशा कोई