जाम हाथों में लेने की हसरत नहीं मुझको पीने-पिलाने की फ़ुर्सत नहीं अरे, मैं शराबी नहीं, मुझको बोतल ना दो मैं शराबी नहीं, मुझको बोतल ना दो वो नज़र से पिलाए तो मैं क्या करूँ? मैं शराबी-शराबी, मैं शराबी-शराबी, मैं शराबी मैं शराबी-शराबी, मैं शराबी-शराबी, मैं शराबी ख़ूबसूरत ये चेहरा निगाहों में है (निगाहों में है, निगाहों में है) क्या नशा तेरी क़ातिल अदाओं में है (अदाओं में है, अदाओं में है) तेरी ख़ातिर मैं दुनिया में बदनाम हूँ तेरी ख़ातिर मैं दुनिया में बदनाम हूँ फिर भी तू भूल जाए तो मैं क्या करूँ? मैं शराबी-शराबी, मैं शराबी-शराबी, मैं शराबी मैं शराबी-शराबी, मैं शराबी-शराबी, मैं शराबी मैं शराबी, मैं शराबी मैं शराबी, मैं शराबी साक़ी ने घोल दी जवानी शराब में साक़ी ने घोल दी जवानी शराब में कुछ नुक़्स आ गया पुरानी शराब में कुछ नुक़्स आ गया पुरानी शराब में ओ-रे, मुझको तो इन दिल्ली वालों की नियत पे शक है कमबख़्त ने मिला दिया पानी शराब में कमबख़्त ने मिला दिया पानी शराब में इश्क़ की वारदात कुछ भी ना थी बढ़ गई बात, बात कुछ भी ना थी मेरे पीने के हैं ये सब झगड़े मैं ना पीता तो बात कुछ भी ना थी मैं शराबी-शराबी, मैं शराबी-शराबी, मैं शराबी मैं शराबी-शराबी, मैं शराबी-शराबी, मैं शराबी मैं शराबी, मैं शराबी मैं शराबी, मैं शराबी