Album: Raahi Tha Main Awara
Singer: Kishore Kumar
Music: Madan Mohan
Lyrics: Rajendra Krishan
Label: Saregama
Released: 1976-12-31
Duration: 07:05
Downloads: 15668
साहेबान, आपके शहर में आकर एक ख़ास गाना बनाया
है जो इस Program को रोक कर आपके सामने
पेश करता हूँ राही था मैं आवारा, फिरता
था मारा-मारा तेरे शहर में आकर एक दिन चमका
तक़दीर का तारा राही था मैं आवारा, फिरता
था मारा-मारा तेरे शहर में आकर एक दिन चमका
तक़दीर का तारा तेरे शहर में आकर एक दिन
चमका तक़दीर का तारा राही था मैं आवारा...
महके हुए बदन से खुशबू सी आ रही है
महके हुए बदन से खुशबू सी आ रही है
जैसे पवन कहीं पर चंदन लुटा रही है आँखों
से कोई दिल में ऐसे उतर रहा है बेनाम
सा नशा है राही था मैं आवारा, फिरता
था मारा-मारा तेरे शहर में आकर एक दिन चमका
तक़दीर का तारा राही था मैं आवारा... जी
चाहता है मेरा कोई रात ऐसी आए जी चाहता
है मेरा कोई रात ऐसी आए देखे जो साथ
हमको फिर लौट के ना आए मैं तुझसे कुछ
ना बोलूँ, तुम मुझसे ना बोलो खामोशियाँ भी सोचे,
'ये कौन सी अदा है?' बेनाम सा नशा है
राही था मैं आवारा, फिरता था मारा-मारा तेरे
शहर में आकर एक दिन चमका तक़दीर का तारा
राही था मैं आवारा... देखा जिधर-जिधर भी मस्ती
भरी नज़र से देखा जिधर-जिधर भी मस्ती भरी नज़र
से राहों में रंग छाएँ, बाग़ों में फूल बरसे
जैसे क़दम-क़दम पे मयखाना खुल गया है बेनाम सा
नशा है राही था मैं आवारा, फिरता था
मारा-मारा तेरे शहर में आकर एक दिन चमका तक़दीर
का तारा तेरे शहर में आकर एक दिन चमका
तक़दीर का तारा राही था मैं आवारा...