Album: Chandan Ki Naiya Pe Hoke Sawar
Music: Lata Mangeshkar, Hemant Kumar
Lyrics: Rajendra Krishan
Label: Saregama
Released: 1956-01-01
Duration: 03:13
Downloads: 508
चंदन की नैया पे हो के सवार, गोरी कर
के सिंगार देखो चली उस पार देखो, चली उस
पार (चंदन की नैया पे हो के सवार,
गोरी) (कर के सिंगार देखो चली उस पार) (देखो,
चली उस पार) (चंदन की नैया पे...) दिल
में उमंग लिए, अखियों में रंग लिए नैना झुकाएँ
चली है कहाँ? हाथों में हार ले के, नैनों
में प्यार ले के गोरी के साजन खड़े हैं
जहाँ (गोरी के साजन खड़े हैं जहाँ) हो,
अपने बलमवा की सुनके पुकार, गोरी (कर के सिंगार
देखो चली उस पार) (देखो, चली उस पार) (चंदन
की नैया पे...) दूर नगर पिय का, हाल
बुरा जी का रह-रह के शोर मचाए जिया खेल
निराला खेला, दिल में लगाया मेला पछताए अब गोरी
ये क्या किया (पछताए अब गोरी ये क्या किया)
हो, हँसी-हँसी में कैसी हो गई हार? गोरी
(कर के सिंगार देखो चली उस पार) (देखो, चली
उस पार) (चंदन की नैया पे हो के
सवार, गोरी) (कर के सिंगार देखो चली उस पार)
(देखो, चली उस पार)