Album: Hum Shaan Se Jalne Nikle Hai
Music: Hitesh Modak, Vijay Prakash, Salman Ali
Label: Arré Studio
Released: 2021-02-12
Duration: 08:57
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तू चैन से सोना, मुल्क मेरे तू आस ना
खोना, मुल्क मेरे हम हैं ना तेरे रखवाले हम
हैं ना तेरे रखवाले (रखवाले) वतनाँ नसीबा है
ये, तुझ पे फ़ना हो जाए एक दिन तो
वैसे भी है मरना काँपे गगन थर-थर-थर, पूरी ज़मीं
हिल जाए ऐसे हमें है लड़ना मेरे १००
जनम, मेरे १०० करम तेरी शान पे क़ुर्बान हैं
मैं धूल हूँ तेरे पाँव की तेरा मान ही
मेरा मान है हम शान से जलने निकले
हैं हम शान से जलने निकले हैं हम शान
से जलने निकले हैं हम शान से जलने निकले
हैं १०० जनम, मेरे १०० करम तेरी शान
पे क़ुर्बान हैं मैं धूल हूँ तेरे पाँव की
तेरा मान ही मेरा मान है हम जान
हथेली पर लेकर लो बाँध कफ़न सर निकले हैं
हम जान हथेली पर लेकर लो बाँध कफ़न सर
निकले हैं हम जान हथेली पर लेकर लो बाँध
कफ़न सर निकले हैं ऐ देश मेरे... ऐ
देश मेरे, तू खुश रहना ऐ देश मेरे, तू
खुश रहना ऐ देश मेरे, तू खुश रहना चलते
हैं, सफ़र पर निकले हैं चलते हैं, सफ़र पर
निकले हैं तेरी आन पहन कर निकले हैं
हम शान से जलने निकले हैं तेरी आन पहन
कर निकले हैं हम शान से जलने निकले हैं
मेरे १०० जनम, मेरे १०० करम तेरी शान
पे क़ुर्बान हैं मैं धूल हूँ तेरे पाँव की
तेरा मान ही मेरा मान है हो, ढोल-नगाड़े
मेलों के ओ, हँसते सावन के झूले हो, गलियों,
शहरों, गाँव की ओ, शोख़ बग़ीचे फूलों के
तुम से मिलने, तुम को छूने तुम से मिलने,
तुम को छूने शायद इस बार ना आएँगे
मिट्टी ने शहादत माँगी है इस बार फ़ना हो
जाएँगे इस बार फ़ना हो जाएँगे इस बार फ़ना
हो जाएँगे इस बार फ़ना हो जाएँगे मेरे
१०० जनम, मेरे १०० करम तेरी शान पे क़ुर्बान
हैं मैं धूल हूँ तेरे पाँव की तेरा मान
ही मेरा मान है हो, माँ, मैंने खून
से सारा माटी का कर्ज़ उतारा ओ, माँ, लौट
के मैं फ़िर से तेरी गोद में आऊँगा ओ,
माँ, लौट के मैं फ़िर से आ, कर्ज़ चुकाऊँगा
तेरी आन पहन कर निकले हैं हम शान
से जलने निकले हैं तेरी आन पहन कर निकले
हैं हम शान से जलने निकले हैं मेरे
१०० जनम, मेरे १०० करम तेरी शान पे क़ुर्बान
हैं मैं धूल हूँ तेरे पाँव की तेरा मान
ही मेरा मान है वो खेल-खिलौने बचपन के
खलिहान वो पीछे छूट गए जो साथ किसी के
देखे थे वो ख़्वाब सुहाने टूट गए वो
कंगन, टीका माथे का हाथों की चूड़ी टूट गई
एक कोख हरी, एक माँग भरी बस एक पल
में ही सूख गई मेरे १०० जनम, मेरे
१०० करम तेरी शान पे क़ुर्बान हैं