मौला मौला, अली मौला मौला, अली मौला मौला, अली मौला مَنْ كُنْتُ مَوْلَاهُ فَهَذَا عَلِيٌّ مَوْلَاهُ عَلِيٌّ مَوْلَاهُ अली, अली, मौला अली अली, अली, मौला अली अली, अली, मौला अली अली, अली, मौला अली मेरे अली, मौला अली मेरे अली, मौला अली तेरी चाह में मैं निकल चली आँखों में तेरा ख़्वाब है होंठों पे ना जवाब है दिल थाम कर, तुझे मान कर छम-छम बजे किसना गली मेरे अली, मौला अली तेरी चाह में मैं निकल चली मेरे अली, मौला अली मेरे अली, मौला अली मौला अली मेरे सर पे तेरी नज़र रहे अपनी दुआ भी असर करे तुझे पूज कर, तुझे चूम कर तुझे पूज कर, तुझे चूम कर मेरी इब्तिदा अर्श चली मेरे अली, मौला अली तेरी चाह में मैं निकल चली बेगानों का इक सवाल है 'क्यूँ इश्क़ बे-मिसाल है?' घूँटें बिना चढ़ती नहीं जीते जी मरने को लीन अली, अली, मौला अली अली, अली, मौला अली तेरी चाह में मैं निकल चली मौला, अली मौला अली मौला, अली मौला, अली मौला मौला