कौन? तेरी मौत (hahahaha) मिट्टी से उठे, पानी से बने तू है क्या? तेरी औक़ात क्या है? बंदर के वंशज, बता दे तेरी भूख क्या है? तेरी प्यास क्या है? एक रैपटे में तेरी याददाश्त भुला दी जाएगी चलते-फिरते Cartoon से तेरी लाश बना दी जाएगी कान पे थप्पड़ मार-मार तेरा इतना ख़ून बहाऊँगा कि Coffee और Biscuit खिला के तेरा रक्तदान करवाऊँगा तुझे शब्दकोश पढ़वाऊँगा गंदे-गंदे शब्दों का अर्थ असलियत में समझाऊँगा हाथों की कारीगरी से तेरी जीवित भूत बनाऊँगा तुझे सड़कों पे नचवाऊँगा जाने दो, ग़लती हुई, मैं भी भगवान का बच्चा हूँ ये तेरे रहम की भीख माँगने से पहले ही मैं बता दूँ कि दानव हूँ, भगवान नहीं Baby, रावण हूँ मैं, राम नहीं आँखें बरसती नहीं, तरसती हैं तरसती नहीं, ये हँसती हैं आँधी-तूफ़ानों में भी कभी ये पलकें नहीं झपकती हैं सोचेगा तू, क्यूँ है यहाँ तेरी सोच यहाँ तुझे लाई है चल बेटे, घोड़ा बनना जी लाज की घड़ी तेरी आई है Johnny? Johnny? Yes, Papa बदमाश बनोगे? No, Papa चल, तेरे पैबंद की आज तोड़नी अंगड़ाई है कमज़ोरों पे अत्याचार ढाने वाले (तेरी क्या ग़लती है?) लड़कियों को सताने वाले (तेरी क्या ग़लती है?) समाज में डर फ़ैलाने वाले (तेरी क्या ग़लती है?) ये तो बस मेरी ही ग़लती है कि तेरी ग़लती, ग़लती नहीं तुझे लगती अब मनमर्ज़ी है अब ये मेरी ख़ुद-ग़र्ज़ी है कि तेरी ग़लतियों की सज़ा तुझे इस जनम में ही भुगतनी है ना मुझे रहम, ना मुझे शरम मैं तो दंड-दोष समझता हूँ और तेरे जैसों की हरकतों को तो मैं तो राहू-काल बरसता हूँ कि दानव हूँ, भगवान नहीं Baby, रावण हूँ मैं, राम नहीं मैं ठीक नहीं, मैं जो करता हूँ ग़लत है मेरे बोल ठीक नहीं, मेरा बर्ताव ग़लत है मेरे कर्म ग़लत हैं क्यूँकि ये वक़्त ग़लत है इन लोगों के इरादे, ये माहौल ग़लत हैं ये वक़्त ग़लत है मैं इनसे भी ऊपर जाऊँगा इनसे भी ग़लत बन जाऊँगा इनके ही तरीकों से इन्हें बेरहमी से समझाऊँगा कि काली रात के साए में काल-कुलचे जो करते हो वो कितना ग़लत है ये रक्त ग़लत है मैं तो यूँ ही चलता जाऊँगा दुनिया में बुरा कहलाऊँगा पर तुझे सीख दे जाऊँगा फिर तू भी पूछने आएगा कि मैं हूँ कौन सा तीर? मैं फिर वही कह जाऊँगा क्यूँकि दानव हूँ, भगवान नहीं Baby, रावण हूँ मैं, राम नहीं