जिस पे यूँ मर मिटे लहरा वो झंडा हर गली-घर में है लोहे का बंदा जिस पे यूँ मर मिटे लहरा वो झंडा हर गली-घर में है लोहे का बंदा झंडा, लोहा, लाठी टूटी जीता योद्धा, धुआँ, शोले उजले शोले (वो जलते शोले) जिगरा शोले (दिल के हैं शोले) जले-जले शोले (बेचैन शोले) धरती हिला दें, ये हर सीमा तोड़ें Hey जिस पे यूँ मर मिटे लहरा वो झंडा हर गली-घर में है लोहे का बंदा मुरू-मुरू-मुरू-मुरू मुरू-मुरू-मुरू-मुरू-मुरू-मुरू मुरू-मुरू-मुरू-मुरू-मुरू-मुरू मुरू-मुरू-मुरू-मुरू-मुरू-मुरू-मुरू जिस पे यूँ मर मिटे लहरा वो झंडा हर गली-घर में है लोहे का बंदा आजा-आजा, हमदम, एक हम बनें दिल में खुशी, गूँजी हैं धड़कनें झुकें नहीं कभी भी ये पलटनें अरे, सुबह हुई, तोड़ी सभी बंदिशें अपने तो मन में अब भड़के है शोला दम है किसी का, हाँ, कर मुक़ाबला लोहा, ज्वाला, गोला, भाला जागा बेटा, बोलो, 'शोले' कर्मठ शोले (कलकत्ता शोले) उज्ज्वल शोले (गुजराती शोले) क्रांति हैं शोले, कित्तूरु शोले तीर सा तेज़ जो, तिरूनेलवेली शोले Hey जिस पे यूँ मर मिटे लहरा वो झंडा हर गली-घर में है लोहे का बंदा झुट्टू-झुटू, झुट्टू-झुटू झुट्टू-झुटू, झुट्टू-झुटू झुट्टू-झुटू, झुट्टू-झुटू झुट्टू-झुटू, झुट्टू-झुटू झुट्टू-झुटू, झुट्टू-झुटू झुटू-झुटू, झुटू-झुटू छूटें नहीं मिलकर ये हाथ रे सर पे कफ़न बाँधा है जाट ने जब भी बिगुल बाजेगा जीत का मन नाच उठेगा और दिल झूमेगा छूटा रे अँधेरा, खुद पे रख तू भरोसा साथ हमेशा, मिले दिल को दिलासा आजा, राजा, बाजा, जीता जागा, ज्वाला, ऊँचे शोले प्रबल ये शोले (पंजाबी शोले) थकें ना ये शोले (तंगुतूरी शोले) पावन शोले, पल्लासी शोले विजय वार है, वीर मराठा शोले Hey झुकें नहीं किसी के भी आगे, हाँ तेरा-मेरा कौन करे सामना? हर तरफ़ बजे जीत का जय नगाड़ा धरा हिले, पाँव यूँ मित्रा साथी हमारा आया, पीटो ढिंढोरा नाचे-गाए साथ और झूमे ज़माना अभी-अभी चखा (बजाओ रे डंका) स्वाद फ़त्ह का (थिरको ता-थैया) तारों में चमके यश नाम जिनका तेरे-मेरे दिल पे अब लिखा है नाम इनका Hey जिस पे यूँ मर मिटे लहरा वो झंडा हर गली-घर में है लोहे का बंदा जिस पे यूँ मर मिटे लहरा वो झंडा हर गली-घर में है लोहे का बंदा मुरू-मुरू-मुरू-मुरू मुरू-मुरू-मुरू-मुरू-मुरू-मुरू मुरू-मुरू-मुरू-मुरू-मुरू-मुरू मुरू-मुरू-मुरू-मुरू-मुरू-मुरू-मुरू